संयमित हो धरा से विवेक से उड़ना है बढ़ना है मंजिल की ओर. संयमित हो धरा से विवेक से उड़ना है बढ़ना है मंजिल की ओर.
मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओर !! पूर् मै राहगीर अनजान हूं , निकला राह कठोर , पथदर्शक पथ मोड़ना , मंगल पथ की ओ...
जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें। जिएंगे हर लमहे को उम्मीद से, खुद के वजूद को साबित करके दिखाएगें।
देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने । देख धरा पर तहस नहस का , खेल रच दिया कुदरत ने ।
झूठ और फरेब से नफ़रत है मुझे, कड़वा और सच बोलना आता है मुझे । झूठ और फरेब से नफ़रत है मुझे, कड़वा और सच बोलना आता है मुझे ।
क्योंकि स्त्री का गर्भनाल से,प्रसवकाल से,और प्रेम में छल का सम्बन्ध,उसकी यात्रा का हिस्सा होते हैं,ज... क्योंकि स्त्री का गर्भनाल से,प्रसवकाल से,और प्रेम में छल का सम्बन्ध,उसकी यात्रा ...